Sunday, September 15, 2024

शब्द

कहने को है मेरे पास कुछ भी नही,
या शायद हैं शब्द बहुत,
पर मैं यूँहिं उन्हें कहूँ क्यूँ?

कह दूँ तो खो जाएँगे ये शब्द भीड़ में,
या शायद लौट आएँ टकरा के तुम्हारी चट्टानों से,
पर मैं उन्हें खुद सुनूँ क्यूँ?

कहते हैं लोग कि शब्द होते हैं पैने तीरों के जैसे,
या शायद कुछ होते हैं किसी मलहम की तरह,
पर मैं उसे तुम पर लगाऊँ क्यूँ?

सुना तो ये भी है की शब्द होते हैं व्यर्थ, बेकार,
या शायद कुछ में होती है शक्ति अपार,
पर मैं ये तुम्हें दूँ क्यूँ?

Wednesday, April 17, 2024

यू डोंट नो व्हाट आई एम गोइंग थ्रू ...

बहुत बार सुना है तेरे मुख से,
"यू डोंट नो व्हाट आई एम गोइंग थ्रू"| 
चल आज बता ही दे तू ,
"व्हाट इट इज डैट यू आर गोइंग थ्रू"||  

पर ना झिझकना बेवजह,
और ना पूछना मुझसे,
कर्टसी तुम्हारी सर आँखों पे, 
"व्हाट इट इज डैट यू आर गोइंग थ्रू"||  

जब सूरज और चाँद तो क्या,
एक अदना सा तीन वाट का बल्ब भी 
वेन डायग्राम बनकर तुम्हे जब चिढ़ाने लगे,
तब पूछना मुझसे व्हाट इट इज डैट आई एम गोइंग थ्रू|| 

जब तुम्हारे खुद के लिखे अक्षर 
भैंस ना भला, वान गॉग ही सही 
की पेंटिंग जैसा तुम्हे जब घूमाने लगे,
तब पूछना मुझसे व्हाट इट इज डैट आई एम गोइंग थ्रू||

जब राह चलते लोग तुम्हे,
कीड़े मकोड़ों सा बनकर चिढ़ाने लगें,
एंड नॉट बिकॉज़ यू आर अ हेट फिल्ल्ड बलून,
तब पूछना मुझसे व्हाट इट इज डैट आई एम गोइंग थ्रू||

जब वीक डेज़ तो छोडो,
बच्चों के साथ वीकेंड की 
नेटफ्लिक्स भी तुम्हे जब सताने लगे    
तब पूछना मुझसे व्हाट इट इज डैट आई एम गोइंग थ्रू||

डोंट यू वरी, आइ डेफ़िनिट्ली अंडरस्टैंड ब्रो,
व्हाट इग्ज़ैक्ट्ली इट इज डैट यू आर गोइंग थ्रू।।